राष्ट्रपति के हाथों सम्मानित होते डा. जोशी

कॉमर्स के प्रोफेसर डा. जोशी बांट रहे पर्यावरण व बेटी बचाने का ज्ञान

उत्तराखण्ड ताजा खबर साक्षात्कार

कन्या भ्रूण हत्या रोकने का संदेश देने को बेटी ली है गोद
राष्ट्रपति मुखर्जी के हाथों राष्ट्रीय पुरुरस्कार से हो चुके सम्मानित

कॉमर्स के प्रोफेसर डा. जोशी
कॉमर्स के प्रोफेसर डा. जोशी

विनोद पनेरू, हल्द्वानी। मन में समाज के लिए कुछ करने का जज्बा और इच्छा शक्ति हो तो राह निकल ही आती है। कुमाऊं विश्वविद्यालय में कॉमर्स के प्रोफेसर डा. अतुल जोशी भले ही शिक्षक के तौर पर छात्रों को कॉमर्स यानी वाणिज्य व वित्तीय लेन देन सम्बंधी शिक्षा देते हों। मगर सिद्घात रूप में वे एक आदर्श शिक्षक व जिम्मेदार नागरिक के रूप मेें छात्रों में अपनी छवि छोड़ देते हैं। इसकी वजह है कि वे सिर्फ कॉमर्स ही नहीं पढ़ाते बल्कि आज के दौर की सबसे जरूरी पर्यावरण संरक्षण, पौधरोपण, रक्तदान और बेटी बचाने की शिक्षा देना उनकी आदत में शुमार हो चुका है। महज आदत ही नहीं उसका अनुसरण भी करते हैं। अपने सिद्घांतों का पालन करते हुए उन्होंने एक बेटी भी गोद ले रखी है। वे व्यस्त दिनचर्या से कुछ न कुछ समय निकालकर विभिन्न स्कूल कालेजों में जाकर भी लोगों को जागरूक करते रहते हैं। समाजसेवा में विशिष्ट स्थान बना चुके सरल स्वभाव के डा. जोशी को कई सम्मान मिल चुके हैं। जोशी आरटीओ रोड हल्द्वानी निवासी कुविवि के डीएसबी कैम्पस नैनीताल में कॉमर्स के प्रोफेसर हैं। छात्र जीवन से ही समाज व गरीब, लाचार लोगों के कुछ करने की तमन्ना जाग्रत हो गई थी। अपने जानने वालों मेें दद्दा के नाम से प्रसिद्घ डा. जोशी महज एक शिक्षक ही नहीं बल्कि समाज को सही राह दिखाने के लिए लगातार प्रयत्नशील हैं। वे दिखावे में खर्च करने में बिल्कुल भी पसंद नहीं करते। बल्कि इस दिखावे में होने वाले खर्च में कटौती कर गरीबों की सेवा में लगा देते हैं। यही वजह है कि उनकी शादी में अनाथाश्रम, वृद्धाश्रम सहित अन्य स्थानों पर रहने वाले जरूरतमंद लोग भी शामिल थे। वहीं शादी के मौके पर उन्होंने जानवरों को भी दावत दी थी और साथ ही गौशाला में पशु आहार पहुंचाया गया था। डा. जोशी में पर्यावरण, जल, जंगल, जमीन संरक्षण
का भी जज्बा है। लोगों में इन सब के प्रति जागरूकता जगाने के लिए उन्होंने वर्ष 2005 में हिमालयन एजुकेशनल रिसर्च एंड डवलपमेंट सोसायटी हर्ड्स का गठन किया। हर्ड्स संस्था के माध्यम से हर वर्ष कई स्थानों पर पौधरोपण कर और जहां तक संभव हो सके उनका पालन-पोषण भी कर रहे हैं। साथ ही विभिन्न स्कूलों में जाकर सेमिनार, गोष्ठियों एवं विभिन्न प्रतियोगिताओं का आयोजन कर बच्चों को पर्यावरण संरक्षण एवं समाज सेवा के प्रति प्रेरित करने के प्रयास कर रहे हैं। कुछ दिन पहले ही संस्था की ओर से चित्रशिला घाट रानीबाग मेें नदी के आसपास सफाई अभियान चलाकर कूड़ेदान भी स्थापित किये हैं। राष्ट्रीय एवं अतंर्राष्ट्रीय पुरुस्कारों से सम्मानित डा. अतुल जोशी दद्दाजी पर्यावरण संरक्षण के साथ-साथ बेटी बचाओं एवं रक्तदान जैसे समाजसेवी कार्यो से भी जुड़े हैं। राष्ट्रीय सेवा योजना में कार्यक्रम समन्वयक रहते हुए वे कई रक्तदान शिविरों का आयोजन कर चुके हैं। उन्होंने कन्या भ्रूण हत्या रोकने के लिए खुद एक बालिका को गोद लेने की सार्थक पहल की है। उनकी प्रेरणा से उनके कई साथी कन्या को गोद लेकर उनके अभियान को सफल बना रहे हैं। इसके अलावा समाजसेवा के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने पर डा. जोशी को 2014 में राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी इन्दिरा गांधी राष्ट्रीय सेवा योजना राष्ट्रीय पुरूस्कार से सम्मानित कर चुके हैं। डा. जोशी का कहना है कि किसी गरीब की आर्थिक सहायता करना, असहाय बीमार की सेवा और जिन्हें विद्या की आवश्यकता है पर वह प्राप्त करने में असमर्थ हैं उनका मार्ग प्रशस्त करना ऐसे कार्य हैं जो हर समर्थ व्यक्ति को करने चाहिए। कहते हैं वे हडर्स संस्था के जरिये नदी, नालों की सफाई कार्य को मुहिम का रूप देने में जुटे हुए हें। क्योंकि जब नदी नाले, गधेरे साफ व स्वच्छ होंगे तभी निर्मल व स्वच्छ गंगा की बात सार्थक हो सकती है। उनके इस जुनून व जज्बे को देखकर तमाम लोग उनसे जुड़े रहे हैं।

राष्ट्रपति के हाथों सम्मानित होते डा. जोशी
राष्ट्रपति के हाथों सम्मानित होते डा. जोशी

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