किसान से जानकारी लेतीं डीएम इवा श्रीवास्तव

कभी करते थे बैंक की नौकरी, आज मशरूम की खेती से हो रहे मशहूर

अल्मोड़ा उत्तराखण्ड ताजा खबर

पहाड़ प्रेम के चलते छोड़ी नौकरी, मशरूम को बनाया स्वरोजगार
अल्मोड़ा। पहाड़ प्रेम और स्वरोजगार की ललक ने योगेश सिंह बिष्ट को बैंक की नौकरी छोड़ने पर मजबूर कर दिया। अपनी मेहनत व लगन के बल पर आज वे मशरूम की खेती कर मशहूर हो रहे हैं। वहीं योगेश सिंह बिश्ट अन्य लोगों के लिए भी प्रेरणा बन रहे हैं जो रोजगार के लिए पलायन को ही एक मात्र विकल्प मान बैठे हैं। आसपास के किसान भी उनसे मशरूम की खेती के टिप्स लेने आते हैं। शनिवार को
जिलाधिकारी इवा आशीष श्रीवास्तव ने अपने रानीखेत भ्रमण के दौरान विकासखण्ड ताड़ीखेत के ग्राम शिलंगी में योगेश सिह बिष्ट द्वारा पैदा की जा रही मशरूम की खेती का निरीक्षण कर उनकी सराहना की। उन्होंने कहा कि युवाओं को इस तरह के स्वरोजगार को अपनाना चाहिये। जहां एक वह स्वावलम्बी बनेंगे वहीं दूसरी ओर दूसरों के लिए प्रेरणास्त्रोत भी होंगे।
इस अवसर पर जिलाधिकारी को योगेश सिंह बिष्ट ने बताया कि उनके द्वारा उत्पादित मशरूम रानीखेत व हल्द्वानी बाजार में बेचा जा रहा है। उन्होंने यह भी बताया कि वे गुड़गांव (गुरूग्राम) से बैंक की नौकरी छोड़कर पहाड़ के लिए यह स्वरोजगार अपनाया है। योगेश बिष्ट ने कहा कि मात्र 25 हजार रूपये में उन्होंने यह रोजगार शुरू किया। इस स्वरोजगार की अवधारणा को देखकर जिलाधिकारी काफी प्रसन्न हुई और उनके कार्य की सराहना की। इसी क्रम में जिलाधिकारी ने गांव के मोहन सिंह फत्र्याल के वहा बने वर्मी कम्पोस्ट पिट का भी निरीक्षण किया। जिलाधिकारी द्वारा वहाॅ पर उपस्थित ग्रामीणों से कृषि क्षेत्र में किये जा रहे कार्यों के बारे में जानकारी प्राप्त की। उन्होंने वहां पर आम का अधिक उत्पादन को देखते हुए अचार व्यवसाय को बढ़ावा देने की बात भी ग्रामीणों से कही।
इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी मयूर दीक्षित, संयुक्त मजिस्ट्रेट रानीखेत हिमांशु खुराना, जिला विकास अधिकारी मोहम्मद असलम, तहसीलदार रानीखेत नितेश डांगर, कृषि अधिकारी प्रियंका सिंह, खण्ड विकास अधिकारी बीएस बिष्ट, उद्यान निरीक्षक कैलाश चन्द्र सहित विभागीय अधिकारी व ग्रामीण उपस्थित थे।

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